हज, इस्लाम की पहचान
Rate this post जिस तरह से ईश्वरीय धर्म इस्लाम ने मनुष्य के आत्मिक और आध्यात्मिक आदि पहलुओं पर भरपूर ध्यान दिया है, हज में इस व्यापकता को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है हज,इस्लाम की पहचानजिस तरह से ईश्वरीय धर्म इस्लाम ने मनुष्य के आत्मिक और आध्यात्मिक आदि पहलुओं पर भरपूर ध्यान दिया है, […]
लोगों की आवश्यक्ताओं का उत्तर देने वाला धर्म
Rate this post ऐतिहासिक प्रमाण इस वास्तविकता के सूचक हैं कि मनुष्य ने कभी भी धर्म के बिना जीवन व्यतीत नहीं किया। इस विषय ने बहुत से विचारकों को इस विषय में विचार करने और इसके स्रोत के बारे में शोध करने पर प्रेरित किया और इसी लिए इस संबंध में विभिन्न दृष्टिकोण अस्तित्व में […]
पेशाब पख़ाना करने के मकरूहात
Rate this post सूरज चाँद की तरफ़ चेहरा कर के पेशाब पख़ाना करना मकरूह है। लेकिन अगर अपनी शर्म गाह को किसी चीज़ के ज़रिये ढक ले तो फिर मकरूह नही है। इसके अलावा हवा के रुख़ के मुक़ाबिल, गली कूचों में, घरों के दरवाज़ों के सामने और फलदार दरख़्तों के नीचे पेशाब पख़ाना करना […]
हज 1
Rate this post (2) वे एक एसे मरूस्थल की ओर बढ़ रहे हैं जो चारों ओर पर्वतों और घाटियों से घिरा है। इस खुले मैदान में स्वच्छ आकाश, खुला क्षितिज तथा चमकता सूर्य वे दृश्य हैं जो दर्शकों को अपनी ओर आकृष्ट करते हैं। हाजी को अरफ़ात, मशअर और मिना तीन स्थानों पर रूकना पड़ता […]
हज 1
Rate this post (1) हज मुसलमानों का सब से बड़ा धार्मिक आयोजन है और पूरी दुनिया से मुसलमान अरबी कैलेन्डर के ज़िलहिज्जा महीने की विशेष तारीखों में मक्का नगर में जो वर्तमान सऊदी अरब नामक देश में स्थित है, विभिन्न स्थानों पर ठहरते और विशेष संस्कार करते हैं। हज हर उस व्यक्ति पर अपनी पूरी […]
वह कार्य जो मुजनिब के लिए मकरूह हैं
Rate this post मुजनिब इंसान के लिए नौ कार्य मकरूह हैं। 1-2खाना, पीना लेकिन अगर हाथ मुँह धो लिये जायें और कुल्ली कर ली जाये तो मकरूह नही है। और अगर सिर्फ़ हाथ धो लिये जायें तो तब भी कराहत कम हो जायेगी। 3-कुरआने करीम की सात से ज़्यादा उन आयतों को पढ़ना जिनमें वाजिब […]
हज इस्लामी जगत के लिए अवसर : 2
Rate this post एक अच्छी बात है कि काबे की पावन धरती पर मौजूद विचारक और बुद्धिजीवी इस्लामी जगत की समस्याओं और इसके कुछ गहन मतभेदों को दूर करने के लिए संयुक्त प्रयास करें और कार्यक्रम बनाएं। वर्तमान समय में पाकिस्तान में बहुत से लोग बाढ़ के विनाशकारी परिणामों सामना कर रहे हैं और बहुत […]
हज इस्लामी जगत के लिए अवसर : 1
Rate this post काबा, एकेश्वरवाद का केन्द्र और ज़मीन पर पवित्र स्थलों में से एक है। ऐसा स्थान, जहां शताब्दियों से ईश्वरीय दूत और उसके नेक बंदे उपासना करते थे और इसके आध्यात्मिक वातावरण से लाभान्वित होते रहे हैं। हज की आध्यात्मिक यात्रा में मोमिन अर्थात ईश्वर पर आस्था रखने वाले मुसलमान को यह अवसर […]
अहकाम
Rate this post तक़लीद सवाल: क्या तक़लीद के बाद पूरी तौज़ीहुल मसाइल का पढ़ना ज़रुरी है? जवाब: आयतुल्लाह सीस्तानी: उन मसाइल का जानना ज़रूरी है जिस से इंसान हमेशा दोचार है। आयतुल्लाह ख़ामेनई: ज़रूरी नही है बल्कि सिर्फ़ दर पेश आने वाले मसाइल का जानना ज़रूरी है। सवाल: अगर किसी मसले में मुजतहिद का फ़तवा […]