शैतान को पैदा ही क्यों किया है
शैतान को पैदा ही क्यों किया है5 (100%) 1 vote[s] सवालः अगर ख़ुदा ने इंसना को इबादत के ज़रिए कमाल तक पहुंचने के लिए पैदा किया है तो फिर शैतान को क्यों पैदा किया है? जवाबः अगर हम ग़ौर करें तो हमारा यह दुश्मन ही हमारी कामयाबी में हमारा मददगार है। कहीं दूर जाने की […]
दाँतो और मसूड़ों के ख़ून का हुक्म
Rate this post सवालः दाँतो और मसूड़ों से निकलने वाले ख़ून का क्या हुक्म है? जवाबः नजिस है और उसका निगलना हराम है लेकर अगर वोह थूक के साथ इस तरह मिल जाऐ कि उसका निशान व असर ख़त्म हो जाऐ तो पाक है और निगलने में कोई हर्ज नहीं है।
इस्लाम की ज़ीनत
Rate this post सवालः रसूले अकरम (स.) के क़ौल के मुताबिक़ इस्लाम की ज़ीनत क्या है? जवाबः रसूले इस्लाम (स.) ने फ़रमाया कि हर चीज़ की एक ज़ीनत है और इस्लाम की ज़ीनत नमाज़ है।
मुर्गी के अण्डे में ख़ून पाया जाना
Rate this post सवालः जो ख़ून मुर्ग़ी के अण्डे में देखा जाये उसके बारे में क्या हुक्म है? जवाबः मुर्ग़ी के अण्डे में पाया जाने वाला ख़ून नजिस नहीं है लेकिन उसका खाना हराम है, हाँ अगर ख़ून को अण्डे की ज़र्दी में इस तरह मिला दिया जाये, कि उसका निशान तक न बाक़ी रहे तो ज़र्दी […]
पाक और नजिस होने के बारे में शक करना
Rate this post सवालः अगर कोई शख़्स किसी चीज़ के पाक या नजिस होने के बारे में शक करे तो उसके लिये क्या हुक्म है? जवाबः अगर नजिस चीज़ के बारे में शक किया जाये कि पाक हुई या नहीं तो वो नजिस है। इसी तरह पाक चीज़ जिसके बारे में शक किया जाये कि […]
औरत की अच्छी सिफ़त
Rate this post सवालः हज़रत फ़ातिमा की नज़र में औरत की सब से अच्छी सिफ़त क्या है? जवाबः आप ने फ़रमाया औरत की सब से अच्छी सिफ़त यह है कि वोह किसी नामेहरम को न देखे और न उसे कोई नामेहरम देखे।
नमाज़े जमाअत का सवाब
Rate this post सवालः रसूले अकरम ने नमाज़े जमाअत के सवाब के सिलसिले में क्या फ़रमाया है? जवाबः रसूले अकरम ने फ़रमाया कि जिस नमाज़े जमाअत में 10 अफ़राद से ज़्यादा हों उस का सवाब इतना ज़्यादा है कि हत्ता अगर आसमान काग़ज़,तमाम दरिया रोशनाई, तमाम दरख़्त क़लम हो जाऐं, और तमाम फ़रिशते उस का सवाब लिखना चाहें […]
हाथ पर मार्कर या इंक लगना और वुज़ू करना
Rate this post सवालः- पेन या मार्कर की इंक या कोई और रंग बदन पर लग जाए तो क्या पानी खाल तक पहुंच जाएगा? इस तरह औरतें जो बालो में रंग लगाती हैं, उसका क्या हुक्म है? जवाबः अगर इन चीज़ों का फ़िज़िकल जिस्म न हो तो वुज़ू सही है यानी पानी खाल तक पहुंचने में […]
वुज़ू के दौरान नामेहरम पर नज़र पड़ना
Rate this post सवालः- अगर वुज़ू करते वक़्त किसी नामेहरम की नज़र पड़ जाये तो क्या वुज़ू बातिल हो जायेगा? जवाबः औरत अगर किसी ऐसी जगह वुज़ू करे जहाँ नामेहरम उसे देख ले तो उसका वुज़ू सही है लेकिन उसने गुनाह किया।
वुज़ू करते वक़्त पानी डालने का हुक्म
Rate this post सवालः- मैं वुज़ू में तीन बार हाथ धोती थी। शादी के बाद मेरे शौहर ने कहा कि तुम्हारा वुज़ू सही नहीं है। अगर कोई वुज़ू में अपना चेहरा और हाथ तीन बार धोए तो क्या उसका वुज़ू और इबादतें सही नहीं होंगी? जवाबः वुज़ू में एक बार पान डालना वाजिब, दूसरी बार […]
वुज़ू में दूसरे की मदद लेना
Rate this post सवालः- काफ़ी दिनों तक मेरी बेटी लोटे से पानी डालती थी और मैं वुज़ू करती थी फिर पता चला कि इंसान को ख़ुद वुज़ू करना चाहिये और कोई उस की मदद न करे। क्या मेरा वुज़ू सही है? मेरी नमाज़ और दूसरी इबादतों का क्या हुक्म है? जवाबः जब आप की बेटी पानी […]
अगर पैर के नाख़ून पर नेल-पालिश लगी हो तो
Rate this post सवालः- अगर पैर के नाख़ून पर नेल-पालिश लगी हो तो क्या मसह नहीं हो पाएगा? जवाबः जी हाँ! मसह नहीं हो पाएगा। यह हो सकता है कि किसी एक नाख़ून पर नेल-पालिश न लगाएं और उस पर मसह कर लें।
नमाज़ में भूल
Rate this post सवालः अगर एक इंसान ज़ुहर की नमाज़ पढ़ते समय उसकी तीसरी या चौथी रकअत में भूले से अलह़म्द और एक सूरा पढ़ दे और नमाज़ के बाद उसे याद भी आ जाये तो क्या दोबारा से नमाज़ पढ़ना वाजिब है और अगर ध्यान ही न दे सके तो क्या उसकी नमाज़ सह़ी […]
क़िबले के अहकाम
Rate this post सवालः अगर इंसान ऐसी जगह पर है जहाँ उसे क़िबला का सह़ी पता न चल सके और किसी तरफ उसका गुमान भी न हो तो किस तरफ़ नमाज़ पढ़ेगा? जवाबः एहतेयात कि बुनियाद पर चारों तरफ़ नमाज़ पढ़ना होगी लेकिन अगर इतना टाइम न हो कि चारों तरफ़ नमाज़ पढ़ सके तो […]
नमाज़ में पैरों का छुपाना
Rate this post सवालः क्या नमाज़ में औरतों के लिए पैरों के ऊपरी ह़िस्से को छुपाना वाजिब है? जवाबः अगर कोई नामहरम देखने वाला मौजूद नहीं है तो पैर को गट्टे तक खोल सकती हैं लेकिन अगर कोई देखना वाला मौजूद है तो छुपाना वाजिब है।
दो इंसानों के बीच दुशमनी
Rate this post सवालः क्या दो इंसानो का आपस में तीन दिन तक दुश्मनी रखना नमाज़ व रोज़े के ख़राब हो जाने का कारण है? जवाबः दो इंसानों के बीच दुश्मनी की वजह से नमाज़ व रोज़े ख़राब नहीं होते हैं लेकिन यह काम शरीअत की निगाह में बुरा है।
जाहिल की नमाज़
Rate this post सवालः एक आदमी की आयु 30 या 40 साल की है उसके माँ बाप ने बचपन में उसे नमाज़ पढ़ना नहीं सिखाया अब वह लिख पढ़ भी नहीं सकता है लेकिन उसने कोशिश की है कि नमाज़ को सह़ी तरीक़े से याद करे उसके बावजूद भी कुछ शब्दों का सही उच्चारण नहीं कर […]
इस्लामी दुश्मन कंपनियों से व्यापार
Rate this post सवालः क्या अमरीकियों, यहूदियों और कनाडा के द्वारा बनी कंपनियों से व्यापार करना जाएज़ है जबकि इस बात का संभावना हो कि यह कंपनियाँ इसराईली सरकार को मज़बूत व ताक़तवर बनाने में मदद करती हैं? जवाबः अगर इन कंपनियों से व्यापार के कारण, पस्त और हड़पनेवाली इस्राईली सरकार को मज़बूती मिल रही […]
ग़ैरे इस्लामी मुल्क की तरफ़ हिजरत
Rate this post सवालः क्या किसी मुसलमान के लिए ग़ैरे इस्लामी मुल्क में हिजरत करना जाएज़ है? जवाबः अगर दीन से भटकने का डर न हो तो कोई मुश्किल नहीं है लेकिन उस पर अपने दीन व धर्म की रक्षा करना, और अपनी ताक़त व क़ुदरत भर इस्लाम व मुस्लेमीन की तरफ़ से डिफेन्स करना […]
नमाज़ में पूरा सूरा पढ़ना
Rate this post सवालः नमाज़ में सूरए अलह़म्द पढ़ने के बाद एक पूरा सूरा पढ़ना वाजिब है या उसकी कुछ आयतों को पढ़ लेना काफ़ी है, और अगर एक पूरा सूरा पढ़ लिया है तो क्या उसके बाद कुछ आयतों को पढ़ना जाएज़ है। जवाबः हर दिन की वाजिब नमाज़ों में अलह़म्द के बाद एक […]